दिल्ली में कड़ाके की ठंड के चलते 6 दिनों में 40 से ज्यादा बेघर लोगों की मौत हो गई. इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड (DUSIB) के सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर सक्षम अफसर नियुक्त न करने का आरोप लगाया.
दिल्ली में ठंड से मौत के मामले में सियासत गरमाती दिख रही है. द क्विंट ने ठंड में शेल्टर हाउस के भीतर का हाल जानने के लिए ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है.
क्विंट ने ग्राउंड रिपोर्ट का लिया जायजा
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने 257 रैन बसेरे बनाए हैं, जिसमें करीब 20,000 बेघरों के लिए रुकने का इंतजाम है.
क्विंट के पत्रकार शादाब मोइजी ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास एक रैन बसेरा में रातभर रहकर वहां के हालात जानने की कोशिश की. उन्होंने रैन बसेरे में एक पूरी रात बिताई. वहां सो रहे उन आम लोगों की तरह जमीन पर, उसी कंबल को ओढ़कर वहां रह रहे लोगों की परेशानियों को समझा.
इस समय पूरा उत्तर भारत सर्दी की चपेट में हैं, घने कोहरे और शीतलहर ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है तो वहीं उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भारी बर्फाबारी हुई है और इसी वजह से उत्तराखंड में अब तक 24 लोगों की जान जा चुकी है।
पुलिस अधिकारियों के हिसाब से कड़कड़ाती ठंड की वजह से हल्द्वानी में दो, नैनीताल में तीन, भीमताल, बागेश्वर इलाके में छह और कुमाओं इलाके में करीब तेरह लोगों मौत के शिकार हो गये हैं। इस समय अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ का तामपान 1 डिग्री से माइनस 4 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विभाग के हिसाब से आने वाले कुछ दिन ऐसे ही हालात देखने को मिलेगे इसलिए पर्यटकों को उत्तराखंड आने के लिए फिलहाल रोक दिया गया है। मौसम विभाग और राज्य सरकार की ओर से लोगों को सर्दी में बाहर ज्यादा ना निकलने की हिदायत दी है।
उत्तराखंड का असर यूपी के शहरों में भी देखा जा रहा है, बर्फीली हवाओं का ही असर है कि यूपी के इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यूपी के भी अलग-अलग जिलों में 21 लोगों की मौत ठंड की वजह से हो चुकी है।
इससे पहले दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था. मनोज तिवारी ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर कहा कि सड़क से आंदोलन की शुरुआत करने वाले महलों में सो गए हैं और सड़क पर लोग मौत के मुंह में समा रहे हैंआंकड़े सीएचडी सेंटर फॉर होलिस्टिक डिवेलपमेंट संस्था ने जारी किए थे. संस्था ने कहा कि ये आंकड़े गृह मंत्रालय की वेबसाइट से निकलवाए गए हैं और ये दर्शाता है कि दिल्ली की जनता बिल्कुल ठीक नहीं है. सीएचडी के सुनील अलीदा ने बताया कि जोनल पुलिस रात में सड़क से शवों को उठाती है और अब तक केवल जनवरी में 44 बेघरों के शव को उठाया गया है, जिसके आंकड़े पब्लिक डोमेन में जारी हैं.
आपको बता दें कि दिल्ली-NCR में सर्दी का सितम जारी है. सोमवार सुबह भी न्यूनतम तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया था. ठंडी हवाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. कोहरे के कारण रेल और हवाई यातायात प्रभावित हो रहा है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी ने लोगों की मुश्किल और बढ़ा दी है. हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के कारण कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे है.
मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल हाड़ कंपाती सर्दी से निजात के आसार नहीं है. अगले कुछ दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा. अधिकारियों ने बताया कि कोहरे के कारण शहर के कई हिस्सों में दृश्यता प्रभावित हुई. सुबह साढ़े आठ बजे पालम में दृश्यता 400 मीटर जबकि सफदरजंग पर 800 मीटर दर्ज की गई.